- विभिन्न क्षेत्रों और राज्यों में अलग-अलग प्रकार के भोजन का सेवन किया जाता है।
- हमारे खाद्य पदार्थो या आहार में अन्न से बना एक व्यंजन जरूर होता है, और इसमे दाल, माँस का कोई व्यंजन, सब्जी, दही, मट्ठा, आचार आदि भी शामिल हो सकते है।
- स्थिति के अनुसार हमारे भोजन के व्यंजन बदल भी जाते है। जैसे:- यात्रा के दौरान हम उस भोजन का सेवन करते है जो रास्ते में उपलब्ध होता है और त्योहारों पर भी हमारे भोजन के व्यंजन अलग होते है।
- इसी कारण से यह संभव नही है की सभी लोग इस तरह के विभिन्न प्रकार के व्यंजन हर समय खा सके।
विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थो में क्या होता है?
पोषक
- व्यंजन बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाली कच्ची सामग्री (पादपों या जन्तुओ से प्राप्त) में हमारे शरीर के लिए कुछ आवश्यक घटक होते है, इन्ही घटकों को हम पोषक कहते है।
- हमारे भोजन में मुख्य पोषक के उदाहरण है:- कार्बोहाईड्रेट, वसा, प्रोटीन, विटामिन, और खनिज लवण आदि।
- इनके अलावा भोजन में जल और रुक्षांश भी शामिल होते है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है।
- खाद्य पदार्थों में उपलब्ध पोषक को हम कुछ साधारण विधियों से जान सकते है।
- अब हम कई प्रकार के खाद्य पदार्थों की जाँच करके देखेंगे की किसमे कार्बोहाईड्रेट उपस्थित है।
- हमारे भोजन में उपस्थित मुख्य कार्बोहाईड्रेट, मंड तथा शर्करा के रूप में होते है।
मंड के लिए परीक्षण
- परीक्षण के लिए खाद्य पदार्थ की थोड़ी मात्रा लीजिये।
- इसमे तनु आयोडिन विलयन की 2 या 3 बुंदों को डालें।
- अगर खाद्य पदार्थ का रंग नीला या काला हो गया है, तो यह मंड की उपस्थिती को दर्शाता है।
प्रोटीन के लिए परीक्षण
- परीक्षण के लिए खाद्य सामग्री की थोड़ी मात्रा लीजिये।
- यदि खाद्य सामग्री ठोस है तो पहले उसका पेस्ट या चूर्ण बना लें।
- खाद्य सामग्री को एक परखनली में डाले और लगभग 10 बूँद पानी की डालकर उसे अच्छे से हिलाये।
- अब उस मिश्रण में 2 बूँद कॉपर सल्फेट का विलयन और लगभग 10 बूँद कास्टिक सोडा का विलयन डाल दीजिये।
- अच्छी तरह से मिलाने के बाद परखनली को कुछ मिनट के लिए रख दें।
- यदि खाद्य पदार्थ का रंग बैंगनी हो गया है तो यह प्रोटीन की उपस्थिती को दर्शाता है।
वसा के लिए परीक्षण
- खाद्य पदार्थ को किसी कागज के टुकड़े में लपेटकर सावधानी से कूटे और इस बात का ध्यान रखे की कागज फटे नहीं।
- कागज को सीधा करके किसी प्रकाश के सामने लाये।
- यदि प्रकाश में कागज पर तेल का धब्बा दिखाई दे रहा है तो यह खाद्य पदार्थ में वसा की उपस्थिती को दर्शाता है।
- कई बार खाद्य पदार्थ में जल की मात्रा भी मौजूद हो सकती है। इस स्थिति में खाद्य पदार्थ को कागज पर धीरे-धीरे रगड़िए और उसके बाद कागज को थोड़ी देर के लिए सुखा दे।
- यदि खाद्य पदार्थ से कुछ जल आया होगा तो वह सूख जाएगा और कागज पर तेल का धब्बा अगर ना रहे तो यह दर्शाता है कि इसमे वसा उपस्थित नहीं है।
विभिन्न पोषक हमारे शरीर के लिए क्या करते है?
कार्बोहाईड्रेट और वसा
- कार्बोहाईड्रेट मुख्य रूप से हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
- वसा से भी शरीर को ऊर्जा प्रदान होती है।
- इसी कारण से इन दोनों पोषक तत्व (कार्बोहाईड्रेट, वसा) युक्त भोजन को ‘ऊर्जा देने वाला भोजन भी कहते है।’
- कार्बोहाईड्रेट के स्त्रोत:- बाजरा, चावल, गेहूँ, शकरकंदी, आलू, गन्ना, पपीता, तरबूज, आम, मक्का
- वसा के पादप स्त्रोत:- मूँगफली, तिल, गिरि
- वसा के जन्तु स्त्रोत:- मछ्ली, अंडे, मांस
प्रोटीन
- कार्य:- शरीर की वृद्धि और स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है।
- प्रोटीनयुक्त भोजन को अक्सर ‘शरीर वर्धक भोजन‘ भी कहते है।
- प्रोटीन के पादप स्त्रोत:- चना, मटर, सोयाबीन, मूँग, राजमा, तुअर दाल
- प्रोटीन के जन्तु स्त्रोत:- मांस, मछ्ली, अंडे, पनीर
विटामिन
- कार्य:- यह हमारे शरीर की रोगों से रक्षा करता है और शरीर के विभिन्न अंगों जैसे- आँख, दाँत, मसूड़ो को भी स्वस्थ रखने में सहायक है।
- प्रकार:- विटामिन A, विटामिन B, विटामिन C, विटामिन D तथा विटामिन K
- विटामिनो के एक समूह को विटामिन B- कॉम्प्लैक्स कहते है।
- विटामिन A
- कार्य:- त्वचा और आँखों को स्वस्थ रखने मे सहायक
- स्त्रोत:- आम, गाजर, पपीता
- विटामिन B
- कार्य:- शरीर को विभिन्न प्रकार के जीवाणुओ से लड़ने की शक्ति प्रदान करना
- स्त्रोत:- गेहूँ, चावल, यकृत
- विटामिन C
- कार्य:- रोगों से लड़ने मे सहायक
- स्त्रोत:- संतरा, टमाटर, अमरूद, मिर्च, नींबू, आँवला
- विटामिन D
- कार्य:- अस्थियों और दांतों के लिए कैल्सियम का उपयोग करने में शरीर का सहायक
- स्त्रोत:- मछली, अंडे
- सूर्य की उपस्थिती मे हमारा शरीर विटामिन D का निर्माण करता है।
खनिज लवण
- हमारे शरीर में इनकी कम मात्रा में आवश्यकता होती है।
- यह शरीर के उचित विकास और अच्छे स्वास्थ के लिए आवश्यक है।
- खनिज लवणों के स्त्रोत
- आयोडीन- पालक, अदरक
- फास्फोरस- दूध, केला, गेहूँ, चावल
- लोह- सेब, यकृत
- कैल्सियम- अंडे, दूध
* किसी भी खाद्य पदार्थ में एक निश्चित पोषक की मात्रा दूसरे पोषकों से अधिक हो सकती है। हम चावल का उदाहरण ले सकते है क्योकि इसमे कार्बोहाईड्रेट की मात्रा अन्य पोषक तत्वों से अधिक होती है। इसलिए हम कह सकते है कि चावल कार्बोहाईड्रेट समृद्ध भोजन है।
आहारी रेशे
- आहारी रेशो को रुक्षांश के नाम से भी जाना जाता है।
- स्त्रोत:- दाल, आलू, ताजे फल और सब्जियाँ
- यह हमारे शरीर को कोई पोषक प्रदान नही करते है लेकिन फिर भी ये हमारे भोजन का आवश्यक अंग है।
- कार्य:- यह बिना पचे भोजन को बाहर निकालने मे शरीर की मदद करता है।
जल
- यह भोजन मे उपस्थित विभिन्न पोषको को अवशोषित करने में शरीर की मदद करता है।
- यह अपशिष्ट पदार्थो (मूत्र, पसीना) को शरीर से बाहर निकालने में सहायक है।
संतुलित आहार
- आहार- हम पूरे दिन मे जो कुछ भी खाते है उसे आहार कहते है।
- संतुलित आहार- जिस आहार में आवश्यकता अनुसार और पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व, रुक्षांश और जल होते है, उसे संतुलित आहार कहते है।
- भोजन पकाते समय कुछ पोषक तत्व नष्ट हो जाते है। इसलिए उचित प्रकार का भोजन प्राप्त करने के साथ-साथ उसे ठीक तरीके से पकाना भी चाहिए ताकि पोषक तत्व नष्ट न हो।
- सब्जियों और फलों की त्वचा पर जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते है। अगर हम इनके छिलके उतार कर इन्हे धोते है तो संभव है कि कुछ विटामिन नष्ट हो जाए।
- चावल और दालों को भी बार-बार धोने से उनमे उपस्थित पोषक तत्व अलग हो सकते है।
- और यदि हम भोजन को पकाते समय अधिक जल का उपयोग करते है और बाद में उसे फेक देते है तो उससे भी जरूरी प्रोटीन और खनिज-लवण कि हानि होती है।
- इसलिए भोजन पकाते समय यह ध्यान रखना चाहिए की कम से कम पोषक तत्वों की हानि हो।
अभावजन्य रोग
- अभावजन्य रोग- यदि हमारे भोजन में किसी विशेष पोषक तत्व की कमी लंबे समय तक रहती है तो इस कमी के कारण शरीर में रोग उत्पन्न हो सकते है और पोषकों के अभाव के कारण हुए इन रोगों को ही अभावजन्य रोग कहते है।
- उदाहरण के लिए प्रोटीन की कमी के कारण व्यक्ति को विभिन्न रोगों हो सकते है जैसे वृद्धि का रुकना, चेहरे पर सूजन आना, बालों के रंग का उड़ना, त्वचा की बीमारियाँ आदि।
- अभावजन्य रोगो को हम संतुलित आहार लेने से रोक सकते है।
- नीचे दी गई तालिका में विटामिन और खनिज लवणों के अभाव के कारण होने वाले रोगों को दर्शाया गया है:-
विटामिन/ खनिज | अभावजन्य रोग | लक्षण |
---|---|---|
विटामिन A | क्षीणता दृष्टिहीनता | कम दिखाई देना |
विटामिन B1 | बेरी-बेरी | कमजोर पेशियाँ, काम करने की ऊर्जा में कमी |
विटामिन C | स्कर्वी | मसूड़ो से खून निकलना, घाव भरने में ज्यादा वक्त का लगना |
विटामिन D | रिकेटस | अस्थियों का मुलायम होकर मुड़ जाना |
कैल्सियम | अस्थियाँ और दंतक्षय | कमजोर अस्थियाँ, दंतक्षय |
आयोडीन | घेंघा | गर्दन की ग्रंथि का फूल जाना, बच्चों में मानसिक विकलांगता |
लोह | अरक्तता | कमजोरी |
भोजन के घटक प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1:- हमारे भोजन के मुख्य पोषक तत्वों के नाम लिखिए।
उत्तर:- कार्बोहाईड्रेट, वसा, प्रोटीन, विटामिन, खनिज लवण,आहारी रेशे और जल
प्रश्न 2:- निम्नलिखित के नाम लिखिए:
1. पोषक जो मुख्य रूप से हमारे शरीर को ऊर्जा देते हैं
उत्तर:- कार्बोहाईड्रेट, वसा
2. पोषक जो हमारे शरीर की वृद्धि और अनुरक्षण के लिए आवश्यक है।
उत्तर:- प्रोटीन
3. वह विटामिन जो हमारी अच्छी दृष्टि के लिए आवश्यक है।
उत्तर:- विटामिन A
4. वह खनिज जो अस्थियों के लिए आवश्यक है।
उत्तर:- कैल्शियम
प्रश्न 3:- दो ऐसे खनिज पदार्थो के नाम लिखिए जिनमें निम्न पोषक प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं :
उत्तर:-
1. वसा:- मूँगफली, तिल
2. मंड:- अनाज, चावल
3. आहारी रेशे:- दाल, आलू
4. प्रोटीन:- चना, मटर
प्रश्न 4:- इनमें सही कथन को (✓) अंकित कीजिए:
उत्तर:-
1. केवल चावल खाने से हम अपने शरीर की पोषण आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं। (✗)
2. संतुलित आहार खाकर अभावजन्य रोगों की रोकथाम की जा सकती है। (✓)
3. शरीर के लिए संतुलित आहार में नाना प्रकार के खाद्य पदार्थ होने चाहिए। (✓)
4. शरीर को सभी पोषक तत्व उपलब्ध कराने के लिए केवल मांस पर्याप्त है। (✗)
प्रश्न 5:- रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये:
उत्तर:-
1. रिकेटस विटामिन D के अभाव से होता है।
2. विटामिन B1 की कमी से बेरी-बेरी नामक रोग होता है।
3. विटामिन C के अभाव से स्कर्वी नामक रोग होता है। 4. हमारे भोजन में विटामिन A के अभाव से रतौंधी होती है।
एनसीईआरटी समाधान कक्षा 6 विज्ञान सभी अध्याय तथा पाठ अभ्यास के प्रश्न उत्तर
NCERT Solutions In Hindi Class 6 Chapter Wise
पाठ | कक्षा 6 विज्ञान पाठ का नाम |
---|---|
पाठ 1 | भोजन : यह कहाँ से आता है! |
पाठ 2 | भोजन के घटक |
पाठ 3 | तंतु से वस्त्र तक |
पाठ 4 | वस्तुओं के समूह बनाना |
पाठ 5 | पदार्थों का पृथक्करण |
पाठ 6 | हमारे चारों ओर के परिवर्तन |